शीशम की दातुन के फायदे | Shisham Ki Datun Ke Fayde

शीशम की दातुन के फायदे | Shisham Ki Datun Ke Fayde

शीशम की दातून क्या है?

 

 

शीशम की दातून, जिसे वृक्ष शीशम (Sheesham) के लकड़ी के तने से तैयार किया जाता है, एक प्रसिद्ध पौधों की दातून है। शीशम एक विशेष प्रकार का पेड़ है जो भारत, पाकिस्तान, बांग्लादेश, और श्रीलंका में पाया जाता है। इस पेड़ के लकड़ी के तने से बनाई जाने वाली दातून के लकड़ी का उपयोग मुख्य रूप से मुँह की सफाई और स्वास्थ्य सुधारने के लिए किया जाता है।

 

शीशम का पेड़ (Dalbergia sissoo), जिसे सागवान भी कहा जाता है, भारत में विशेष रूप से उच्च पर्वतीय क्षेत्रों में पाया जाता है। यह पेड़ अपनी कठिन और लकड़ी के लिए प्रसिद्ध है, लेकिन इसकी दातुन भी बहुत महत्वपूर्ण है। शीशम की दातुन को अपनी ब्रिस्टल की दिशा में कटकर इस्तेमाल किया जाता है और इसके फायदे इसे एक उच्च गुणवत्ता वाली दातून बनाते हैं।

 

 

शीशम की दातुन के फायदे:

 

 

  • मुंह की सफाई: शीशम की दातुन का उपयोग मुंह की सफाई के लिए किया जाता है। इसके ब्रिस्टल्स मुंह की अंदरूनी कीड़ों को नष्ट करने में मदद करते हैं और मुंह की मलद्वार को साफ रखने में सहायक होते हैं।
  • दंतों की मजबूती: शीशम की दातुन दंतों की मजबूती के लिए फायदेमंद होती है। इसके इस्तेमाल से दंतों की जड़ों को मजबूती मिलती है और दांतों की चमक बनी रहती है।
  • मुंह की बदबू को दूर करना: शीशम की दातुन का उपयोग मुंह की बदबू को दूर करने में मदद करता है। इसके ब्रिस्टल्स मुंह की बदबू को निष्क्रिय करने में मदद करते हैं और मुंह को स्वच्छ रखते हैं।
  • मसूढ़ा रोगों से बचाव: शीशम की दातुन का इस्तेमाल मसूढ़ा रोगों से बचाव के लिए भी किया जाता है। यह मसूढ़ों को मजबूत करता है और उन्हें स्वस्थ रखता है।
  • सुगंधित मुंह: शीशम की दातुन का उपयोग मुंह को सुगंधित रखने के लिए भी किया जाता है। इसकी सुगंध मुंह को ताजगी देती है और आपको ताजगी का अहसास कराती है।
  • प्राकृतिक तरीके से सफाई: शीशम की दातुन का उपयोग एक प्राकृतिक और पर्यावरण-सौहार्दपूर्ण तरीके से मुंह की सफाई के लिए किया जा सकता है। यह प्लास्टिक और रसायनों से बनी दातुन की तरह प्रदूषण का कारण नहीं बनती है।
  • स्वास्थ्य के लिए अनुकूल: शीशम की दातुन का इस्तेमाल स्वास्थ्य के लिए भी अनुकूल होता है। यह मुंह की सफाई के साथ-साथ दांतों को स्वस्थ रखने में मदद करता है और दंतों की कीड़ों से बचाव करता है।
  • अत्यंत अधिक पर्याप्त: शीशम की दातुन का उपयोग अत्यंत आसान होता है। यह एक प्राकृतिक और सामान्य दातुन है, जिसे आप आसानी से प्राप्त कर सकते हैं।
  • पेड़ की संरक्षा: शीशम की दातुन का उपयोग करने से शीशम के पेड़ की संरक्षा में मदद मिलती है। यह पेड़ भारतीय वन्यजीवों के लिए महत्वपूर्ण है और इसकी संरक्षा आवश्यक है।

 

शीशम की दातुन कैसे करें

 

शीशम की दातुन बनाने के लिए, शीशम के पेड़ की एक टहनी लें। टहनी को अच्छी तरह से धो लें और फिर इसे दांतों पर रगड़ें। दातुन को धीरे-धीरे और धीरे-धीरे रगड़ें। दातुन करने के बाद, मुंह को अच्छी तरह से कुल्ला कर लें।

 

 

निष्कर्ष

 

शीशम की दातुन दांतों और मुंह के स्वास्थ्य के लिए बहुत फायदेमंद है। यह दांतों को साफ और चमकदार बनाती है, मसूड़ों के रोगों से बचाती है, मुंह के छालों को ठीक करती है, मुंह को ताजगी प्रदान करती है, पाचन तंत्र को मजबूत करती है, रक्त शर्करा को नियंत्रित करती है और कैंसर से बचाती है।